नमस्कार !
मैं, नया वर्ष, अति सहर्ष,
नये वर्ष के अवसर पर,
अपने दोनों कर जोड़ कर,
पिछले वर्ष को, पिछले ही वर्ष में छोड़कर,
नये वर्ष में आपका स्वागत करता हूँ।
आप शायद सोचें-
इस नये वर्ष में नया क्या है?
यूँ भी,
हर वर्ष, हर वर्ष आता है।
और हर वर्ष, हर वर्ष जाता है।
वही बाराह महीने, गर्मी में पसीने,
सर्दी में झुकाम,
और बरसात में सड़कों पर लंवे-लंबे जाम।
हम्म, बात तो सही है।
देखें, तो हर वर्ष ही वही है।
फिर, इस वर्ष, नये वर्ष में, नया क्या है?
कद और वज़न में, मैं पिछले वर्ष जैसा ही हूँ।
श़क्लो-सूरत मे भी लगभग वैसा ही हूँ।
पर उम्र में, मैं उससे, पूरे एक साल बड़ा हूँ,
और इसीलिये विश्वास से, आपके समक्ष, नतमस्तक खड़ा हूँ।
मैंने दुनिया देखी है, मुझे तजुर्बा भी ज़्यादा है,
और इस तजुर्बे के साथ, मेरा आप सब से वादा है-
कि आप सभी कि जिंदगी को एक नई शुरुआत दूँगा,
एक या दो दिन नहीं, पूरे बरस आपका साथ दूँगा।
और जब वापस जाउँगा,
तो अपने से भी ज्यादा तजुर्बेकार, अपने बड़े भाई से आपको मिलाउँगा।
और, भाई बताना मेरा फर्ज है,
आप सब से मेरी छोटी सी अर्ज है-
कि इस वर्ष, ग़र मेरे तजुर्बे का इस्तेमाल करेंगे,
तो देखिये 2010 में आप कैसे- कैसे कमाल करेंगे।
और, जब आप मेरे तजुर्बे का पूरा इस्तेमाल जान जायेंगे,
तब आप हर वर्ष आने वाले, नये वर्ष का नयापन मान जायेंगे।
और इसी आशा के साथ,
मैं, नया वर्ष, अति सहर्ष,
नये वर्ष के अवसर पर,
अपने दोनों कर जोड़ कर,
पिछले वर्ष को, पिछले ही वर्ष में छोड़कर,
नये वर्ष में आपका स्वागत करता हूँ।